उजबक की 'मैटीरियल हो बे !' पढ़ कर आज खत्म की । कहानी अरुण की है , अरुण की असफलता की है और अरुण की लक्ष्य की हैं । पुस्तक की रिलीज होने से पहले एक अंश पढ़ा था तभी से सोच रखा था कि इसे पढ़ना हैं , अरुण को पढ़कर ऐसा लग रहा … पढ़ना जारी रखें मैटीरियल हो बे ! – उजबक
श्रेणी: hindi books
मैं अब भी खड़ा हूँ
आकाश अगर ख़्वाब था जमीन अगर जिम्मेदारी थी तो सामने सिर्फ तुम थी न तो मैं उड़ सका न तो मैं चल सका मैं सिर्फ खड़ा रहा और सामने सिर्फ सामने देखता रहा मैं सामने देखता रहा तब तक जब तक की एक रेत की गुबार न उठी और सबकुछ शांत न हो गया … पढ़ना जारी रखें मैं अब भी खड़ा हूँ
घरवापसी- अजीत भारती
अजीत भारती की 'घरवापसी' पढ़ कर खत्म की है, थोड़ा सा प्रेरित भी महसूस कर रहा हूँ, कुछ किताबें होती है जो आपको हल्का सा टच कर जाती है, 'घरवापसी' भी उनमें से एक है। उपन्यास के तीन मुख्य पात्र है मास्टरजी, रवि और बेगूसराय का एक गाँव। तीनों मुझे उपन्यास से जोड़ने में सफल … पढ़ना जारी रखें घरवापसी- अजीत भारती
हाफ विडो पुनीत शर्मा
बहुत मुश्किल होता हैं जब आप किसी के दुःख के बारे में लिखे और उनके दुःख में शामिल न हो जाये और किसी लेखक के लिए किसी किरदार के लिए दुखी होना सही भी नहीं है, क्योंकि अगर आप किरदार के दुःख में शामिल हो जायेंगे तो आप वो नहीं लिखेंगे जो सही है बल्कि … पढ़ना जारी रखें हाफ विडो पुनीत शर्मा
वो अजीब लड़की प्रियंका ओम
"एक लड़का और एक लड़की गहरे दोस्त होते है, जिसका मूल आधार लड़की का ज्यादा बोलना और लड़के की अधिक श्रवण क्षमता होती है।" वो अजीब लड़की 14 कहानियों का संग्रह का है, अंजुमन प्रकाशन से प्रकाशित ये किताब बेस्टसेलर की सूची में है पर यकीन मानिए ये किताब बेस्टसेलर से कंही ज्यादा है। अधिकतर … पढ़ना जारी रखें वो अजीब लड़की प्रियंका ओम
इश्क़ बकलोल देवेंद्र पाण्डेय
“अरे हां देख तो इलाज के पहले कितना बड़ा था, इलाज के बाद तो सूख गया, अरे भाई यह इलाज कर रहा है या और बीमार कर रहा है?” दिनेश ने प्रश्न किया। “अबे सालो रहोगे हमेशा बक@द के बक@द ही, इसे बीमारी कहते हैं, भगन्दर कहते हैं बे, हाईड्रोसील, जिस वजह से ‘उसमें’ … पढ़ना जारी रखें इश्क़ बकलोल देवेंद्र पाण्डेय
डार्क नाईट संदीप नैय्यर
'लड़कियों से ध्यान हट जाए, तो पढ़ाई-लिखाई में ध्यान आसानी से लग जाता है।' डार्क नाईट से 👆🏻 (हम जैसे लड़को के लिए पार लगाने वाली लाइन्स) कवर से डार्क नाईट मायथोलॉजिकल लगता हैं और चर्चाओं से एराटिक पर मुझे ये एडवेंचर्स भी लगा। 'डार्क नाईट' एक यात्रा हैं, एक अज्ञात मंज़िल की यात्रा, अपने … पढ़ना जारी रखें डार्क नाईट संदीप नैय्यर
डार्क हॉर्स, नीलतोत्प्ल मृणाल
'डार्क हॉर्स- एक अनकही दास्तां' एक बेहतरीन उपन्यास है। इसके बारे में कुछ कहना इसके बारे में कुछ न कहने के बराबर है। झारखण्ड, बिहार, यूपी में आर्ट्स पढ़ने वालों का एक ही लक्ष्य होता है, 'आईएएस'। मेरे भी मोहल्ले में कइ लोगो ने ये ख्वाब पाल रखा है और यँहा से कई छात्र मुखर्जीनगर … पढ़ना जारी रखें डार्क हॉर्स, नीलतोत्प्ल मृणाल
The ज़िन्दगी, अंकुर मिश्रा
अंकुर मिश्रा जी का 'the ज़िन्दगी' पढ़ चुका हूँ, इस किताब में ज़िन्दगी के किस्सों के पते दो भाग में बटें है, पहला भाग कहानियों का है और दूसरा लघुकथाओं का। आज का हिंदी साहित्य बहुत ही प्रयोगवादी है, नए-नए रचनाकार नित नए-नए प्रयोग कर रहे है और 'the ज़िन्दगी' अंकुर मिश्रा के प्रयोग का … पढ़ना जारी रखें The ज़िन्दगी, अंकुर मिश्रा
कत्ल करना मेरा पेशा है
मै चार साल पहले 12वीं में था और अपने स्कूल का टॉपर था, मेरे अब्बू एक अंग्रेजी स्कूल में साइंस के टीचर थे। पर अचानक एक दिन वे लापता हो गए, महीने भर से लापता रहने के बाद , पुलिस-नेता से उम्मीद खोने के बाद, पड़ोस वाले आयूब चाचा ने मोबाईल में मेरे अब्बू की … पढ़ना जारी रखें कत्ल करना मेरा पेशा है